मुंबई: मुंबई में जिन २ लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, उनके क्लोज कॉन्टैक्ट में आने वाले ३ लोगों की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि गुरुवार को पुणे में एक और कोरोना वायरस का पुष्ट मामला सामने आया। इसके साथ ही राज्य में कोरोना की चपेट में आने वालों की संख्या १२ हो गई है। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बुधवार को मुंबई के एक वरिष्ठ दंपती में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी, जो हाल में ४० लोगों के साथ दुबई से लौटे थे_ मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने इनके एकदम नजदीक आने वाले तीन लोगों की पहचान की थी। इनमें दंपती की नौकरानी, ड्राइवर और एक पड़ोसी शामिल था। इन तीनों को गुरुवार को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कर टेस्ट किया गया। अच्छी बात यह रही कि तीनों की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। बता दें ४० लोगों का एक ग्रुप हाल में दुबई से लौटा था, जिनमें से ६ मुंबई के लोग थे। इनमें से २ (दंपती) में बीमारी की पुष्टि हुई थी, जबकि ४ की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बुधवार को ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था१०६ परिवारों तक पहुंची बीएमसी की टीम, देश में कोरोना वायरस के पुष्ट मामले सामने आने के बाद से लोग डरे हुए हैं। ऐसे में बीएमसी भी अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रही है। यही कारण रहा कि मुंबई में जिन लोगों में वायरस की पुष्टि हुई, उनके संपर्क में आने वाले १०६ परिवारों तक बीएमसी की टीम पहुंची है। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर ने कहा कि जिस बिल्डिंग में दंपती रहता था, उसमें रहने वाले १०६ परिवारों का सर्वे किया गया है। किसी में भी बीमारी के लक्षण नहीं दिखे। सर्वे के दौरान पता चला कि जिन २ लोगों की टेस्टिंग गुरुवार को हुई थी, उनमें से एक व्यक्ति ३ घरों में गया था, इसलिए उन घरों में रहने वाले लोगों को भी १४ दिन तक घर में रहने का निर्देश दिया गया है। ___ मुंबई के १६८ सैंपल निगेटिव बीमारी के प्रति एहतियातन मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। गुरुवार तक एयरपोर्ट पर १,९६,७२७ लोगों की स्तीनिंग की गई। इनमें से १९० लोगों में बुखार, जुकाम के लक्षण दिखने पर कस्तूरबा में भर्ती किया गया। १९० में से १६८ की रिपोर्ट निगेटिव, २ पॉजिटिव, जबकि २० की रिपोर्ट आनी बाकी है। ऐसे होती है कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कोरोना वायरस एक से दूसरे में फैलता है, इसलिए कहीं भी जब इस बीमारी का पुष्ट मामला सामने आता है, तो स्वास्थ्य विभाग उस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले तमाम लोगों तक पहुंचती है। इसे कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कहा जाता है। एफडीए ने जब्त किया नकली सैनेटाइजर _कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नकली सैनेटाइजर और मास्क की ब्लैक मार्कटिंग तेज हो गई है। हालांकि इस पर फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। हाल में एफडीए ने कांदिवली में नकली सैनेटाइजर बनाने वाले २ लोगों पर मामला दर्ज कर हजारों का माल जब्त किया है। एफडीए के अनुसार, गुप्त सूचना के तहत उन्हें कांदिवली नकली सैनेटाइजर बनाने के बारे में जानकारी मिली थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने छापा मार कर २ जगहों से तकरीबन दो लाख रुपये का नकली सैनेटाइजर जब्त कियाएफडीए से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के यहां छापा मारा गया है, वे बिना लाइसेंस के सैनेटाइजर तैयार कर रहे थे। साथ ही सैनेटाइजर की गुणवत्ता को भी नहीं जांच गया। एफडीए कमिश्नर अरुण उन्हाले ने कहा कि कोरोना के मामले सामने आने के बाद से सैनेटाइजर और मास्क की कमी को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि महानगर में फिलहाल सैनेटाइजर और मास्क की कमी है, जिसके कारण ओवचार्जिंग भी जारी है
कोरोना पर ३ की रिपोर्ट निगेटिव, पर नहीं टला है खतरा
• Rajendra Sharma